कई हजारों तारे आसमान में
कोई चमकीले,कोई धुंधले
कई हजारों लोग जमीन पे
कई रंग-रूप के, कई चाल-ढाल के
कोई जाने-माने, कोई अनजाने
koyi अमीर, कोई फ़कीर
कोई दोस्त, कोई दुश्मन
कभी खुशी, कभी गम, जैसे अनेक बातें
sakaaratmak और नकारात्मक कुदरत का कायदा है
कुदरत किसी के बस में नही
पर हम कुदरत के बस में हैं
आए हैं हम खाली हाथ
जायेंगे हम खाली हाथ
अंत में सबकी राह एक
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